--रौसर गांव के प्राचीन मंदिर में भक्तों ने किए दर्शन, भोग लगाया, प्रसाद ग्रहण किया
- शाहजहांपुर। रौसर गांव स्थित लालता देवी के प्राचीन मंदिर पर सोमवार को आषाढ़ी अमावस्या के बाद पहले सोमवार को पारंपरिक जात मेले का आयोजन श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न हुआ। मठ वाली माता के दर्शन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम सुहावना हो गया, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और बढ़ गया। श्रद्धालु मां लालता देवी के दरबार में पूड़ी-पकवान का भोग लेकर पहुंचे और विधिपूर्वक अर्पित किया। मान्यता है कि इस मंदिर का संबंध महाभारतकाल से है और यहां आकर भक्त अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। मंदिर प्रांगण में लगा मेला आकर्षण का केंद्र रहा।
महिला श्रद्धालुओं और बच्चों की भारी भीड़ जुटी रही। भजन-कीर्तन और धार्मिक आयोजनों से वातावरण भक्तिमय हो गया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष केसी मिश्रा, महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता, ददरौल विधायक अरविंद सिंह, पूर्व एमएलसी संजय मिश्रा, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष डीपी सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, सीओ पंकज पंत व प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र गुप्ता सहित कई जनप्रतिनिधि व अधिकारी माता के दर्शन करने पहुंचे। मेला व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे भाजपा महानगर उपाध्यक्ष श्यामबाबू दीक्षित व किसान मोर्चा मीडिया प्रभारी सर्वेश मिश्र ने आए अतिथियों का स्वागत पारंपरिक पटका पहनाकर किया। इसके उपरांत कन्याओं को भोग अर्पित कर भंडारे की शुरुआत की गई, जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं ने पूड़ी-सब्जी और खीर का प्रसाद इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख ददरौल श्रीदत्त शुक्ल, नमित दीक्षित, राजाराम वर्मा, महेश पाल सिंह, अजित सिंह, विश्वदीप अवस्थी, सुशील दीक्षित, सुशील सक्सेना, मुकेश राठौर, डॉ. मेहरोत्रा, विवेक मिश्रा, सत्यम शर्मा, फूलचंद मौर्य, वेदप्रकाश मौर्य, संजीव राठौर, आत्माराम दीक्षित, नरेंद्र पाल, भगत रामपाल, अभिषेक मिश्रा, अमित मिश्रा, कपिल दीक्षित, शैलेश दीक्षित, आशु दीक्षित, विवेक दीक्षित सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे। श्रद्धा, सेवा और सहयोग की त्रिवेणी में डूबा यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।