- बरेली। सोशल मीडिया पर प्यार होना अब आम बात हो गई है. कब फेसबुक-इंस्टाग्राम की दोस्ती प्यार में बदल जाए, किसी को पता नही. ऐसा ही प्यार का खुमार एक फर्जी दरोगा को हवालात तक का रास्ता दिखा गया. ऐसा एक वाकया बरेली में देखने को मिला है. फर्जी दरोगा की बरेली की रहने वाली महिला वकील से दोस्ती हुई. 2 दिन की दोस्ती में ही प्यार हो गया. जब महिला वकील ने आरोपी को मिलने के लिए बरेली बुलाया, तो फर्जी दरोगा वर्दी पहन कर पूरे रौब के साथ आ भी गया. क़ानून की जानकर वकील के सवालों से उसकी पोल पट्टी सामने आ गई और महिला वकील ने अपने साथी के साथ मिलकर फर्जी दरोगा को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया.
महिला वकील का कहना है कि कुछ दिन पहले फेसबुक पर जरिए ही सचिन त्रिपाठी नाम के व्यक्ति से दोस्ती हुई. वह खुद को ब्राह्मण बताते हुए शादी के लिए प्रपोज करने लगा. इसी सिलसिले में ज़ब बात आगे बढ़ी, तो वह खुद को 2019 बैच का दरोगा बताने लगा और कहने लगा कि लखनऊ के थाना हजरतगंज में तैनात है.जब सत्यम त्रिपाठी मिलने के लिए आया, तो बातों ही बातों में महिला वकील ने कानून की कुछ धाराएं दरोगा से पूछ लीं. किसी भी सवाल का जवाब यह नकली दरोगा ठीक से नहीं दे पाया. इसके बाद महिला को शक हो गया कि यह असली दरोगा नहीं है, बल्कि कोई फर्जी मामला है. महिला ने अपने एक दरोगा साथी को फोन करके इस पूरे मामले की सूचना दी. मामले को संज्ञान लेते हुए पुलिस आरोपी को पकड़कर कोतवाली ले आई और पूछताछ कर रही है.
महिला की ओर से शिकायत की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा लिख लिया है. पुलिस पूछताछ कर रही है कि आखिर दरोगा की यूनिफॉर्म पहने के पीछे सिर्फ यही कारण है या कोई और वजह है.
खंगाली जा रही हैं बाकी डिटेल्स
नकली दरोगा की असलियत सामने आते ही बरेली पुलिस भी हैरान है. पुलिस भी सत्यम त्रिपाठी की बाकी डिटेल खंगाल रही है कि दरोगा की नकली यूनिफॉर्म पहन कर इसने कुछ और धोखाधड़ी ना की हो. पुलिस अधिकारियों का कहना है की एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया की यह व्यक्ति खुद को दरोगा बता कर महिला वकील से मिलने आया था. शक होने पर उन्होंने पुलिस को बुला लिया. महिला की तहरीर पर फर्जी दरोगा के खिलाफ 420, 467,468,471 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.
महिला वकील ने सुनाया पूरा किस्सा
आइए आपको बतातें कि महिला वकील ने इस मामले में क्या बताया. उन्होंने कहा, 'मेरी बात हुई थी फेसबुक से. उसने कहा कि मैं ब्राह्मण हूं, मेरा नाम सत्यम त्रिपाठी है, मैं थाना हजरतगंज लखनऊ में पोस्टेड हूं, और मैं 2019 बैच का एक दरोगा हूं. उसने शादी के लिए बोला, कहा कि हम ब्राह्मण हैं और हमें शादी करना चाहते हैं. हमने कहा कि ऐसे कैसे कर सकते हैं. आप अपरिचित हैं. आप एक बार घर आकर देख जाओ और एक बार हम आपके घर आ जाते हैं. इसपर उन्होंने कहा कि घर कैसे आओगी, मेरे मम्मी-पापा कार एक्सीडेंट में मर गए. मेरे पापा सीओ थे. मेरे मामा जी ने मुझे पाला और जैसे-तैसे मैं यह बना हूं.'
महिला वकील ने आगे बताया कि, 'फिर ये मिलने आए.हमको थोड़ा डाउट हुआ को हमने पूछा कि हम भी एक एडवोकेट हैं आपको अगर कोई विवेचना मिलती है तो आप विवेचना कैसे करते हैं, 164 क्या होती है. यह कुछ नहीं बता पा रहे थे कि कैसे बयान होते हैं, कैसे पर्चा काटा जाता है, कैसे पीड़िता का मेडिकल कराया जाता है. कुछ प्रोसेस की जानकारी नहीं थी, फिर हमको डाउट हुआ. हमारे जानने वाले दरोगा जी हैं. मैंने सारी डिटेल उनको भेजी. उन्होंने इसको पुलिस लाइन में मिलने बुलाया.'