- डॉक्टर्स प्रेगनेंसी में बिना खाए-पिए व्रत रखने की सलाह नहीं देते हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक प्रेगनेंसी में ज्यादा देर बिना खाए-पिए रहने से गर्भवती महिला और शिशु की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। प्रेगनेंसी में दिनभर भूखे-प्यासे रहने से आपको डीहाइड्रेशन और शुगर लेवल कम होने जैसी दिक्क्तें हो सकती हैं।
करवा चौथ का दिन हर सुहागिन महिला के लिए बहुत खास होता है। इस दिन महिलाऐं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल जीवन के लिए व्रत रखती हैं। वहीं, कुंवारी लड़कियाँ भी अपने होने वाले पति के लिए या मनचाहे पति के लिए यह व्रत रखती हैं। इस बार करवा चौथ 13 अक्टूबर को है। करवा चौथ का व्रत काफी कठिन होता है क्योंकि इसमें सूरज उगने के बाद से लेकर चाँद निकलने तक निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाऐं अक्सर इस बात को लेकर चिंता में रहती हैं कि वे करवा चौथ का व्रत कैसे रखें क्योंकि हिन्दू धर्म के अनुसार एक बार करवा चौथ व्रत शुरू कर दिया तो बीच में छोड़ना सही नहीं माना जाता है। लेकिन डॉक्टर्स प्रेगनेंसी में बिना खाए-पिए व्रत रखने की सलाह नहीं देते हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक प्रेगनेंसी में ज्यादा देर बिना खाए-पिए रहने से गर्भवती महिला और शिशु की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। प्रेगनेंसी में दिनभर भूखे-प्यासे रहने से आपको डीहाइड्रेशन और शुगर लेवल कम होने जैसी दिक्क्तें हो सकती हैं। तो अगर आप भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि प्रेगनेंसी में करवा चौथ व्रत कैसे रखें तो आज का हमारा लेख आपके लिए है। आज हम आपको ऐसी कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें आपको प्रेगनेंसी में करवाचौथ व्रत रखते समय ध्यान में रखना चाहिए−
सरगी में खाएँ पौष्टिक आहार
करवा चौथ व्रत में सुबह सूरज उगने से पहले सरगी खाने का रिवाज होता है। सरगी में अक्सर महिलाऐं मट्ठी, शक्करपारे, खीर, पूड़ी आदि खाती हैं। लेकिन अगर आप प्रेगनेंट हैं तो सरगी में पौष्टिक आहार लें जिससे आपको दिनभर व्रत रखने की ऊर्जा मिलती रहे। सरगी में आप दूध, फल, ड्राई फ्रूट्स, जूस आदि लें जिससे आपको दिनभर कमजोरी महसूस ना हो। इसके अलावा आप दिनभर में फ्रूट्स या जूस ले सकती हैं।
पानी पीती रहें
करवाचौथ का व्रत निर्जला रखा जाता है लेकिन अगर आप प्रेगनेंट हैं तो निर्जला व्रत ना रखें। इससे आपके और आपके शिशु के स्वास्थ्य पर बुरा असर हो सकता है। आप करवाचौथ के व्रत में थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीती रहें जिससे आपको पानी की कमी ना हो।
डॉक्टर की सलाह लें
करवाचौथ रखने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। अगर आपको बीपी या शुगर जैसी कोई बीमारी है तो डॉक्टर को इसके बारे में जरूर बताएं। डॉक्टर आपके स्वास्थ्य को देखते हुए आपको सही सलाह देंगे।
कथा सुनने के बाद कुछ खा लें
वैसे तो करवा चौथ व्रत में चाँद को देखने के बाद ही कुछ खाते या पीते हैं। लेकिन अगर आप प्रेगनेंट हैं तो शाम को कथा सुनने के बाद दूध, चाय या फ्रूट्स आदि खा लें। दिनभर भूखे-प्यासे रहने से आपको कमजोरी या चक्कर आ सकते हैं।
शरीर के संकेतों को नज़रअंदाज़ ना करें
अगर आपको ज़्यादा कमजोरी, थकान या कोई अन्य परेशानी हो रही है तो इसे नज़रअंदाज़ ना करें। इससे आपका स्वास्थ्य अधिक बिगड़ सकता है इसलिए कोई भी सेहत में कोई भी दिक्क्त महसूस हो तो डॉक्टर के पास जाएं।
आराम करें
करवाचौथ व्रत में शाम तक भूखे-प्यासे रहने की वजह से महिलाओं को कमजोरी महसूस होने लगती है। ऐसे में अगर आप प्रेगनेंट हैं तो व्रत रखने से आपको ज्यादा परेशानी हो सकती है। कमजोरी या चक्कर से बचने के लिए किसी भी तरह का भारी काम करने से बचें। आप खुद को व्यस्त रखने की कोशिश करें और जितना हो सके आराम करें।