- अल्हागंज।(श्यामसुंदर शुक्ला की रिपोर्ट) कस्बें के वार्डो मोहल्ला के विकास के लिए अब तक करोडों रुपये जरूर खर्च किया गया है, लेकिन यहां रहने वाले लोगों के मुताबिक उन्हें मूलभूत सुविधाओं के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। पेयजल संकट व खराब सड़कों से होकर गुजरना लाइट जाने पर अधेरे मे रहना उनका नसीब हो चुका है। नगर मे अधेरा कस्बे में बही विकास की गंगा की सच्चाई बता रहे हैं। सभासदों की मेहनत का रंग दिखा रही है।
कस्बा के वार्डो मोहल्ले के लोग मूलभूत सुविधा को लेकर जूझ रहे हैं। चुनावी चर्चा ग्रुप पर दी जा रही जनता द्वारा जानकारियों का निरीक्षण व हकीकत जानने टीम कस्बे के वार्डो में पहुंची। जहां सामने आया कि कस्बा के आधे से ज्यादा रास्ते खराब हैं। और रास्तों पर कीचड़ व बारिश का पानी जमा हुआ है। नालियों मे कूडा भरा पडा है जहा नालियों की सफाई हुई भी है वहां कूडा उठाया भी नही गया पांच साल पहले बिछी पाइपलाइन से मोहल्ले में पानी नहीं पहुंचता है। अभी दो साल पहले बिछी नई पाइपलाइन भी आधी अधूरी है। जिससे लोगों को पानी की किल्लतों से जूझना पड़ता है। हजारों से अधिक आबादी वाले मोहल्लो में हैंडपंप नजर नही आ रहे है। जहां पहले जगह जगह हैंडपंप से गर्मी मे प्यास बुझती थी वह आज दूर दूर हैंडपंप नही दिख रहे नगर के आधी से ज्यादा आवादी मे अभी तक टंकी का पानी उपलब्ध नही हुआ है। कस्बें के वार्ड दखिनौआ, मेवाती,गढी,पछौआ,अधुई,बगिया प्रथम,बगिया द्वितीय, पीरगंज प्रथम,पीरगंज द्वितीय, साहूकारा,शिवपुरी,ब्रह्मना, मेवाती में लगी दर्जनो भर लाइट व सोलर लाइट शो पीस बने हुए हैं। जबकि मोहल्ले में अंधेरा छाया रहता है। कही सौर प्लेट गायब है तो कही बैटरा गायब तो कही सब कुछ गायब होने के बाद नाम के लिए खम्बे खडे है। जो भी नयी RCC पडी वो खराब हो गयी पुरानियों मे गड्डे है। बनवाई गयी नालिया धरासाही पडी है। वही चारो और उजियारा होना था वो चारो और अधियारा छाया है।