--धूमधाम से मनाई गई भगवान विश्वकर्मा की जयंती
- शाहजहाँपुर। विश्वकर्मा पूजा समिति द्वारा हस्तशिल्प, उद्योग, अभियांत्रिकी तथा वास्तु के भगवान विश्वकर्मा की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर सभी ने यंत्रो की पूजा अर्चना कर भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद प्राप्त किया। विश्वकर्मा मंदिर हनुमत धाम पर ककुहास पांचाल ब्राह्मण सभा द्वारा 16 सितंबर से विश्वकर्मा यज्ञ का आयोजन किया गया था जहाँ आयोजित कार्यक्रम में विश्वकर्मा यज्ञ का समापन हुआ। इस दौरान अस्त्र व शस्त्र और हवन पूजन के साथ विश्वकर्मा समाज व मंदिर के साथ लोगो को प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सुनील कुमार ने विश्वकर्मा द्वारा किये गए कार्यो व रचनाओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय शिल्पकार महासभा के जिला अध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा कि प्रत्येक भारतीय उत्सव, अनुष्ठान या पर्व के पीछे कोई न कोई अभिप्रेरणात्मक मनोवैज्ञानिक संदेश निहित होता है। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा पूजन के पीछे भी श्कर्म सिद्धातश् का संदेश समाहित है जो हमें निरंतर परिश्रम करते हुए उन्नति एवं प्रगति की राह दिखाता है। उन्होंने कहा कि विश्व का कर्म करने वाला ही विश्वकर्मा कहलाता है। प्राचीन काल में बनी सभी नगरियों में भवन निर्माण व शस्त्रों, विमानों का निर्माण भगवान विश्वकर्मा के द्वारा किया किया गया है। जन्होने कहा कि प्रतिवर्ष 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है। इस दिन सभी कारखानों में शस्त्रों की पूजा की जाती है। वेदों व पुराणों में भी भगवान विश्वकर्मा की शिल्पकारी का बखान किया गया है। इससे पहले शुक्रवार शाम को शुरू हुई अखण्ड पाठ का समापन हवन पूजन के साथ हो गया। इस अवसर पर यंत्रो की पूजा करने के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमे लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर मंदिर कमेटी अध्यक्ष सुनील विश्वकर्मा, राधेलाल शर्मा, धीरज, अमित, आकाश, प्रदीप, अभिषेक, प्रेम, नितिन, विपिन, धर्मवीर, मीडिया प्रभारी अभय शर्मा , आदि विश्वकर्मा समाज के लोग उपस्थित रहे।