भाद्रपद महीना धार्मिक नजरिये से बहुत ही खास माना जाता है। क्योंकि ये चातुर्मास का दूसरा महीना भी होता है। ये 10 सितंबर तक रहेगा। इस महीने का कृष्ण पक्ष बीत चुका है। जिसमें तीज, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और अमावस्या जैसे पर्व थे। अब 28 अगस्त से शुक्ल पक्ष शुरू होने वाला है। इसमें हर दिन कोई तीज-त्योहार, पर्व या शुभ तिथि रहेगी। भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष के खत्म होते ही अगले दिन से पितृ पक्ष शुरू हो जाएंगे। इन दिनों में सिर्फ पितरों की पूजा होगी। अन्य तीज-त्योहार नहीं मनाए जाएंगे।
तारीख और वार | तीज-त्योहार |
29 अगस्त, सोमवार | भगवान रामदेव जयंती |
30 अगस्त, मंगलवार | हरतालिका तीज |
31 अगस्त, बुधवार | गणेश चतुर्थी |
1 सितंबर, गुरुवार | ऋषि पंचमी |
2 सितंबर, शुक्रवार | मोरयाई छठ |
3 सितंबर, शनिवार | राधाष्टमी, दूर्वाष्टमी और महालक्ष्मी व्रत |
4 सितंबर, रविवार | श्रीचंद्र नवमी |
5 सितंबर, सोमवार | दशावतार व्रत |
6 सितंबर, मंगलवार | जलझूलनी एकादशी |
7 सितंबर, बुधवार | वामन अवतार पूजा पर्व |
8 सितंबर, गुरुवार | प्रदोष व्रत |
9 सितंबर, शुक्रवार | अनंत चतुर्दशी |
10 सितंबर, शनिवार | स्नान-दान और श्राद्ध की पूर्णिमा |