- हर तरह का शुभ काम फायदेमंद, स्थाई और शुभ फलदायी रहेगा
- रियल एस्टेट में निवेश, नए कामों की शुरुआत, वाहन, ज्वेलरी, कपड़े और अन्य चीजों की खरीदारी का अक्षय लाभ मिलेगा
- इस साल दीपावली 24 अक्टूबर को है। इससे ठीक 2 महीने पहले 25 अगस्त को दुर्लभ गुरु पुष्य नक्षत्र आ रहा है। दुर्लभ इसलिए क्योंकि इस दिन पूरे 10 शुभ योग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि दीपावली से दो माह पहले शुभकार्यों की शुरुआत के लिए यह महत्वपूर्ण तिथि वरदान की तरह है। इस अद्भुत शुभ संयोग से 25 अगस्त को मिनी दिवाली भी कहा जा सकता है। 25 अगस्त को दश महायोग का ऐसा दुर्लभ संयोग पिछले 1500 साल में नहीं बना।
सूर्योदय के साथ ही पुष्य नक्षत्र शुरू होगा, जो शाम 4.50 तक रहेगा। 12 घंटे के इस महामुहूर्त में हर तरह का शुभकार्य लाभदायक, स्थाई और शुभ फलदायी रहेगा। इस दिन रियल एस्टेट में निवेश, नए कामों की शुरुआत, वाहन, ज्वैलरी, कपड़े और अन्य चीजों की खरीदारी का अक्षय लाभ मिलेगा। साथ ही घरेलू और ऑफिस में इस्तेमाल की जरूरी चीजें खरीदना भी शुभकारी रहेगा।
पिछली कई सदियों में नहीं बना ऐसा ग्रह योग
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट का कहना है कि इस दिन सूर्य सिंह राशि में, चंद्रमा कर्क में, बुध कन्या में, बृहस्पति मीन में और शनि मकर राशि में रहेगा। इस तरह पांच ग्रह अपनी ही राशियों में रहेंगे, जोकि बेहद शुभ रहेगा। इनमें शनि और गुरु के स्वराशि में होने से इस संयोग का शुभ फल और बढ़ जाएगा, क्योंकि पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि और देवता गुरु हैं। ग्रहों की ऐसी स्थिति पिछली कई सदियों में नहीं बनीं।
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते हैं कि इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि और वरियान नाम के तीन बड़े योग रहेंगे। साथ ही शुभकर्तरी, वरिष्ठ, भास्कर, उभयचरी, हर्ष, सरल और विमल नाम के राजयोग भी बनेंगे। इस तरह दस शुभ योग होने से खरीदारी का महासंयोग बन रहा है। सितारों की ऐसी स्थिति आज तक नहीं बनीं। बनारस, उज्जैन, पुरी, हरिद्वार और तिरुपति के ज्योतिषियों का कहना है कि दिवाली से दो महीने पहले भाद्रपद मास की त्रयोदशी पर बन रहे गुरु पुष्य संयोग में खरीदारी, नई शुरुआत और हर तरह का निवेश करना शुभ रहेगा।
इस संयोग में खरीदारी लंबे समय तक फायदा देगी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. विनय पांडेय का कहना है कि दीपावली से पहले जब भी गुरु पुष्य संयोग बन रहा हो, उसमें निवेश और खरीदी की जा सकती है। इस बार भाद्रपद मास में ये योग बन रहा है। इस हिंदी महीने का स्वामी चंद्रमा और देवता ऋषिकेश हैं। पुष्य नक्षत्र चंद्रमा की ही राशि में आता है और गुरुवार भगवान ऋषिकेश यानी विष्णुजी का दिन है। इसलिए इस संयोग में की गई खरीदारी लंबे समय तक फायदा देने वाली रहेगी।
निवेश, लेन-देन के लिए ये महीना शुभ: काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रो. रामनारायण द्विवेदी के मुताबिक अभी चातुर्मास चल रहा है। इस शुभ महीने में भगवान विष्णु की पूजा और आराधना करने की परंपरा है। वहीं, इन दिनों में खरीदारी करना बेहद शुभ माना गया है। चातुर्मास में सिर्फ मांगलिक काम नहीं किए जाते हैं, लेकिन निवेश, लेन-देन और नई शुरुआत के लिए ये महीना शुभ माना गया है।