- शाहजहाँपुर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ददरौल में निपुण भारत मिशन का शुभारंभ जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करते हुए किया। डायट प्राचार्य डॉ. अचल कुमार मिश्र ने जिलाधिकारी के बैज लगाकर बुके देते हुए स्वागत किया। निपुण भारत मिशन के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि निपुण भारत मिशन जिस तरह नाम है उसी तरह इस अभियान को साकार करके हम सभी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को भाषा और गणित की बुनियादी दक्षता हासिल कराने का संकल्प लेगें।
उन्होने कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं जिस तरह से कच्ची मिट्टी पर निशान आसानी से पड़ जाता है उसी तरह से बच्चों के जीवन पर परिवार और विद्यालय का प्रभाव पड़ता है। उन्होंने सभी शिक्षकों का आह्वान किया कि प्रदेश में निपुण लक्ष्य हासिल करने वाला पहला जनपद शाहजहांपुर होगा। उन्होंने कहा बच्चे हमारी भावी पीढ़ी के निर्माता हैं। शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन होने से ही एक स्वर्णिम इतिहास बना सकते हैं। उन्होने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप लोग जनपद शाहजहांपुर के विद्यालयों की तस्वीर अवश्य बदलेंगे। डायट प्राचार्य डॉ. अचल कुमार मिश्र ने जिला अधिकारी का आभार व्यक्त करते हुए भरोसा दिलाया कि हम निर्धारित अवधि से पूर्व ही निपुण लक्ष्य हासिल कर लेंगे। प्राचार्य ने बताया कि दिसंबर 2021 में मिशन प्रेरणा फेज 2 के अंतर्गत निपुण भारत का शुभारंभ हुआ। निपुण भारत मिशन का उद्देश्य 2026-27 तक प्राथमिक कक्षाओं में सार्वभौमिक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करना सुनिश्चित किया गया जिससे कि सभी बच्चे कक्षा तीन तक पढ़ने लिखने और संख्या ज्ञान में योग्यता प्राप्त कर लें। निपुण भारत के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु बाल वाटिका से कक्षा तीन तक अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किए गए। इस कार्य के लिए स्कूल तैयारी माड्यूल, संवर्धित कक्षा कक्ष, शिक्षक प्रशिक्षण, दीक्षा एवं आईटी प्रणाली का प्रयोग, अधिगम आकलन, पुस्तकालय उपयोग, सामुदायिक सहभागिता, साथ ही क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण टीम का गठन किया गया। अनुश्रवण हेतु राज्य स्तरीय टास्क फोर्स , जनपद स्तरीय टास्क फोर्स और विकासखंड स्तरीय टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है। डायट प्रवक्ता बीएल मौर्य ने कहा कि निपुण भारत मिशन के अंतर्गत जनपद स्तरीय संदर्भ दाताओं का चार दिवसीय प्रशिक्षण सीमैट प्रयागराज में संपन्न हुआ। ब्लॉक स्तरीय संदर्भ दाताओं का प्रशिक्षण 23 जुलाई से 26 जुलाई के मध्य डायट में पूर्ण होगा। जिसमें जनपद के समस्त एआरपी प्रतिभाग कर रहे हैं। जनपद स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त करके सभी ए आर पी ब्लॉक स्तर पर प्राथमिक विद्यालयों के समस्त शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु वार्षिक, सप्ताहिक और दैनिक कार्य योजनाओं का निर्माण किया गया है। एसआरजी टीम के सदस्य डॉ अरुण गुप्ता ने कहा कि भाषा और गणित में अलग-अलग दक्षता निर्धारित की गई है। हम भरोसा दिलाते हैं कि निपुण भारत मिशन के राष्ट्रीय लक्ष्य 2026-27 के पूर्व ही हम 2025-26 तक लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे। शुभारंभ के दौरान डायट की छात्राओं अराधना, अजिता, दिव्या, आकाक्षा, नेहा, शिप्रा, रितु, रितिका आदि ने सम्मान गीत की भी प्रस्तुती की। इस अवसर पर एसआरजी अश्विनी कुमार, अवस्थी, ममता शुक्ला, ए आरपी सुरेंद्र सिंह, मदन गोपाल कटियार, प्रदीप कुमार ,चंद्र भूषण शुक्ला ,अवनीश मिश्रा, राकेश उपाध्याय ,लाल चंद्र यादव, रजनीश कुमार ,डॉ पूनम यादव, अमिता शुक्ला , राम शंकर सिंह के अलावा प्रशिक्षु सोम सिंह , प्रशांत भारद्वाज आदि उपस्थित रहे।