बाल दिवस आया चाचा नेहरू
का जन्मदिन आया।
स्मरण हो आया देखो बाल
दिवस आया ।
हंसते खिलखिलाते चेहरे सबके
नित खिलखिलाते रंग बिरंगे रंग
सबके।
अच्छी शिक्षा दीक्षा का ज्ञान
करते।
चाचा नेहरू बच्चों के प्यारे,
उन पर लुटा देते जीवन सारा।
चाचा नेहरू बच्चों के लिए ये दिन
है खास ।
मोहब्बत, एकता ,वफ़ा का होता
जहां वास।
चाचा नेहरू को गुलाब बहुत
पसंद थे ।
चाचा नेहरू बच्चों के हित की
ही बात करते थे।
बाल दिवस 14 नवंबर को बहुत
खुशी से मनाते ।
आदर सत्कार करते शिक्षकों को
गुलाब देते ।
पुष्प अनेक नेहरू जी की तस्वीर
पर भेंट चढ़ाते।
सब एक दूसरे को बाल दिवस
की बधाइयां देते।
मिठाईयां बांटते और खूब मजे
से खुद भी खाते।
मनोरंजन और बाल सभा का
आयोजन करते।
खूब मजे से आनंद लेते ।
अभिनय करते पाठशाला में
चाचा नेहरू का पहनावा पहनते ,
उनके आदेश ,उपदेश आदर्शों की
बात करते।
इस तरह बाल दिवस की
उपयोगिता दर्शाते।
मौलिक अप्रकाशित स्वरचित
डॉल संजीदा खानम शाहीन ✍️