--थाना गेट आमरण अनशन बैठने पर प्रशासन मे मचा हडकंप--
-शांति भंग मे हुआ चालान--
- अल्हागंज। फर्जी मुकद्दमे निरस्त कराने को लेकर मंगलवार की सुबह बुजुर्ग अपनी पुत्री के साथ थाने गेट के सामने आमरण अनशन पर बैठ गया। बुजुर्ग का आरोप है कि मिर्जापुर व अल्हागंज थाना पुलिस ने फर्जी मुकद्दमे दर्ज किए, मुकद्दमे दर्ज होने से पीड़ित मानसिक क्षति के साथ आर्थिक क्षति उठा रहा है। पीड़ित बुजुर्ग का आरोप है कि पिछले बर्ष अल्हागंज पुलिस द्वारा उनके पुत्र पर भी चोरी,मुठभेड़ व तमंचा की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज चुकी है। बुजुर्ग के साथ पुत्री के अनशन पर बैठे होने पर स्थानीय पुलिस में हड़कंप मच गया, पुलिस पीड़ित को समझाबुझाकर अनशन समाप्त करने के प्रयास में लगी हुई है।
अल्हागंज के बगिया निबासी बाहत्तर वर्षीय रमेश शर्मा ने बताया कि दस साल पूर्व मिर्जापुर पुलिस ने अवैध असलाह की फैक्ट्री सहित अन्य धाराओं में जेल भेजा था वही अल्हागंज पुलिस ने बाइक चोरी व तमंचा आदि के फर्जी मुकदमे में जेल भेज चुकी है वहीँ पीडित की पुत्री ने भी पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। रमेश ने बताया कि पुलिस ने पांच फर्जी मुकद्दमे पंजीकृत किये है जिसकी वजह से मानसिक व आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है, पुलिस की फर्जी तरीके की कार्यशैली ने बच्चो की शिक्षा पर भी असर डाला है। उन्होंने अपने ऊपर लगे मुकद्दमा को निराधार बताते हुए निरस्त किये जाने की माँग की है। आमरण अनशन से पूर्व पीड़ित रमेश शर्मा ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से पुलिस द्वारा किये गए फर्जी मुक़ददमो के निरस्त किये जाने की गुहार लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया था। अधिकारियों द्वारा कोई जबाब नही दिए जाने पर आमरण अनशन को लेकर एक पत्र प्रेषित किया था। मंगलवार की सुबह पिता व पुत्री आमरण अनशन पर बैठ गए।
क्षेत्राधिकारी के समझाने के बाद भी नही तोडा अनशन
वही शाम को क्षेत्राधिकारी मस्सा सिंह ने आकर बुजुर्ग को काफी समझाया काफी देर तर्क वितर्क चलने के बाद भी अनशन खत्म नही हुआ पुलिस प्रशासन काफी देर समझा बुझाकर चली गयी लेकिन बाप बेटी ने अनशन नही तोडा रमेश ने कहा मेरे साथ अन्याय हुआ हे इस उम्र मे बच्चों को पालने मे भी दिक्कत हो रही है ऐसे मे मुकदमा कैसे लडा जाए पुलिस के द्वारा जो भी फर्जी मुकदमे लिखे गये है जब तक वह निरस्त नही होते वह अनशन खत्म नही करेगे। मौके पर मजिस्ट्रेट क्षेत्राधिकारी काफी समझाने का प्रयास करते रहे है। जिसके बाद पुलिस द्वारा धारा 151 शांति भंग में चालान कर दिया गया।