-शिवकिशोर श्यामसुंदर नाजिम ध्रुव विपिन अनमोल सुनीता हुए सम्मानित--
- अल्हागंज-15 सितम्बर 2022(अमित वाजपेयी).आज आज राष्ट्रीय सोशल मीडिया संघ (NSMA) की द्वितीय वर्षगाँठ है। दो साल हो गया हमारा जन्म हुवे। ऐसा लगता है जैसे कल की ही बात हो जब हम पैदा हुवे और अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे थे। वो तो कल की ही बात लगती है जब रातो को जाग जाग कर सभी सोशल मीडिया पर गतिविधियों पर नज़र रखना। शायद वो कल की ही बात थी जब हम अस्तित्व की जंग केवल इसलिए लड़ने को विवश थे क्योकि कुछ लोग जो एसोशिएशन संगठन के नाम पर अपनी अपनी दुकान चला रहे थे उनकी दुकान बंद होने वाली थी। आज ऐसा हुवा भी। वो कल की ही तो बात है जब सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक इस लड़ाई को लड़ना पड़ा कि समाजसेवक केवल समाजसेवक होता है कोई छोटा बड़ा नहीं होता है गरीबो की भी इच्छा समाजसेवा करने की होती है वह भी समाज की सेवा कर सकते है। वो कल की ही बात तो लगती है जब 3 रातो को जाग कर दिन भर मेहनत करके एक के लिए लड़ाई हम लड़ रहे थे वो भी पुरे सिस्टम के खिलाफ।
भारत सरकार नीति आयोग द्वारा पंजीकृत संस्था राष्ट्रीय सोशल मीडिया संघ का द्वितीय वर्षगाँठ वृहस्पतिवार को केन्द्रीय कार्यालय अल्हागंज पर बडे धूमधाम से मनाया गया सुबह 6 बजे कन्याओं को भोज कराया गया जिसके बाद 11 बजे सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित वाजपेयी का माल्यार्पण कर उन्हें बधाई दी जिसके बाद विजय सिंह,शिवकिशोर प्रजापति, श्यामसुंदर शुक्ला,राहुल मिश्रा,अनमोल यादव,रघुवीर यादव,रिंकू यादव,नाजिम अली,ध्रुव कुमार,विपिन कुमार,शिवानी सिंह,सुनीता देवी,हृदयनरायण शर्मा,मोहम्मद अली,रामनाथ वर्मा,प्रदीप वर्मा,चंद्रमोहन,समीर खान,महताब अली,अरविंद गुप्ता, तेजपाल यादव,पुष्पेंद्र, आकाश सिंह आदि पदाधिकारियों व सदस्यों का माल्यार्पण कर सभी को बधाई दी गयी। एसोशिएशन मे रहकर क्षेत्र मे की गयी सेवा को देखते हुए शिवकिशोर प्रजापति,श्यामसुंदर शुक्ला,नाजिम शाह,सुनीता देवी,अनमोल यादव,विपिन कुमार,ध्रुव कुमार को सम्मान पत्र भेट कर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उनकी तारीफ की। जिसके बाद दो किलो का कैक काटकर सभी ने एक दूसरे का मूह मीठा कराया। कार्यक्रम में श्री वाजपेयी ने कहा कि समाजसेवी संस्था बनाने से पहले वह केबल एक पत्रकार थे तब वह एक ही बात कहते थे कि मैं तो एक कलम का अदना सा सिपाही हु। पत्रकारिता मेरा मज़हब, सच्ची खबर मेरा ईमान और कलम मेरी जाति है। मेरी बिरादरी ही है जो कहलाती है पत्रकार। अगर मेरी बिरादरी को उसका हक़ मेरे लहू के बहा दिए जाने से मिल सकता है, तो आवाज़ दे रहा हु ए गोलियों, ए तीर, ए तलवार आओ और चीर लो मेरा सीना और निकाल लो मेरे जिस्म का हर कतरा खून जिससे सीच दो मेरी कौम के मुस्तकबिल को और लिख दो इंकलाब। अगर एक वाजपेयी का लहू बह जाने से पत्रकारो का मुस्तल्बिल सुधरता है तो कीमत बहुत सस्ती है मेरे दोस्त। जिसके बाद उन्होंने सोचा कि पत्रकारो के हक के अलावा समाज की सेवा करके उनकी समस्याओं का समाधान कराना चाहिए तब जाकर आज के ही दिन 15 सितम्बर 2020 को राष्ट्रीय सोशल मीडिया संघ का जन्म हुआ। उन्होंने सभी को स्थापना दिवस की सभी को बधाई दी जिसके बाद कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रदेश प्रवक्ता राहुल मिश्रा ने शायरी और कविताओं से कार्यक्रम मे चांद लगा दिये। तत्पश्चात राहुल मिश्रा,शिवकिशोर प्रजापति,श्यामसुंदर शुक्ला, अनमोल यादव ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। अंत मे विजय सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।