-एआरटीओ कार्यालय के आरआई व सारथी संस्था के कमर्चारी के संरक्षण में फल फूल रहा धंधा
--एक्सीडेंट के कारण कही अनट्रेंड चालक तो नही?
- शाहजहांपुर। सड़क दुर्घटनाओं का कारण अनट्रेंड चालक भी है। जो ब्यक्ति वाहन चलाने में परिपक्व नही है लेकिन वो भी सड़कों पर फर्राटा भरता नजर आता है। अहम बात यह है कि एआरटीओ कार्यालय में देखे बिना ही वाहन चलाने का लाइसेंस दे दिया जाता है। दिया भी क्यों न जाए कि आवेदन कर्ता भी लाइसेंस बनबाने के लिए 10 हजार खर्च करता है और हैवी वाहन चलाने का लाइसेंस आसानी से पा जाता है और उसके बाद पहुंच जाता है गाड़ी मालिक के पास या किसी स्कूल में बस चलाने के लिए उसे भी रोजगार चाहिए।
इस सबके पीछे एक असंगठित गिरोह चल रहा है जो प्रमाण पत्र बनबाने से लेकर लाइसेंस बनबाने तक का ठेका लेकर अनट्रेंड लोगों को बेगुनाह लोगों की जान लेने का लाइसेंस दे देता है। कल नियामतपुर मोड़ के पास स्कूल बस के द्वारा हुई दुर्घटना के बाद पड़ताल की गई तो विश्ववार्ता की टीम पुवायां रोड़ स्थित श्रीराम मोटर ट्रेनिंग स्कूल पहुंची जहां एक दुकान में एक कम्प्यूटर चला रहा था। दूसरा ब्यक्ति सोफ़ा पर बैठा था। जब उससे मोटर ट्रेनिंग की बात की तो उसने बताया कि यहां ट्रक नही सिखाया जाता है यहां आपको 3500 रुपये में बड़े वाहन चलाने का प्रमाण पत्र दिया जाता है। जो एआरटीओ कार्यालय में मान्य है उसके बाद आप हैवी लाइसेंस धारक बन सकते है। ब्यक्ति ने बताया कि उनके यहां प्रति महीने 94 लाइसेंस बनाते हैं।