एक सुखद और सच्चा एहसास,
नारी है नाम आत्मविश्वास।
कर्मनिष्ठ,प्रेम की ज्योत उजागर,
जीवन में सुख और शांति का सागर।
परिवार की डोर है मजबूती,
नारी के साथ है जीवन की गति।
रिश्तों की डोर का है बंधन,
नारी से है संग का मनन।
वह जीवन है उनसे सफल,
वह जीवन है उनसे सरल।
जिम्मेदारियों से है परिपूर्ण,
मेरी इच्छाओं को करती पूर्ण।
सकारात्मकता के साथ है चलती,
मेरे व्यक्तित्व को महकाती।
नारी जीवन सवारती,
नारी जीवन निखारती।
-भूमिका शर्मा
शिक्षिका और लेखिका
ग्वालियर (मध्यप्रदेश)